Agniveer me Change Rules
अग्निवीर में बड़े बदलाव,दौड़ के समय को बढाया गया,यहां से देखें पूरी जानकारी
Agniveer Recruitment 2025 में बड़ा बदलाव,दौड़ के समय में बढ़ोतरी से और अधिक युवाओं को मिलेगा मौका
भारतीय सेना ने देश के युवाओं के लिए सेना में शामिल होने का सपना और आसान बना दिया है। अग्निपथ योजना के तहत होने वाली अग्निवीर भर्ती 2025 में अब एक अहम बदलाव किया गया है। सेना ने युवाओं की सुविधा और अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए है। इस फैसले का सीधा असर उन हजारों युवाओं पर पड़ेगा जो कुछ सेकंड की कमी के कारण इस प्रक्रिया से बाहर हो जाते थे।

अब अभ्यर्थियों को यह दौड़ पूरी करने के लिए पहले के 5 मिनट 45 सेकंड की जगह 6 मिनट 15 सेकंड का समय मिलेगा। इस बदलाव के बाद, ऐसे उम्मीदवारों को भी भर्ती प्रक्रिया में अवसर मिलेगा जो सीमांत समय में दौड़ पूरी नहीं कर पाते थे, लेकिन अन्यथा सभी मानदंडों पर खरे उतरते हैं।
महत्वपूर्ण जानकारी
यह बदलाव महज एक तकनीकी सुधार नहीं है, बल्कि इसके पीछे व्यापक सामाजिक सोच और भर्ती प्रक्रिया को अधिक समावेशी बनाने की भावना छुपी है। सेना मानती है कि कुछ सेकंड की कमी से किसी सक्षम और योग्य उम्मीदवार को बाहर करना न्यायसंगत नहीं है।
यह निर्णय इस दिशा में एक सकारात्मक कदम है जिससे अब और अधिक युवा स्वयं को इस राष्ट्रसेवा के मंच पर लाने में सफल हो सकेंगे। इससे उन युवाओं का मनोबल भी बढ़ेगा जो शारीरिक रूप से योग्य होते हुए भी छोटी सी चूक से चयन प्रक्रिया से बाहर हो जाते थे।
अंक प्रणाली में हुआ बड़ा संशोधन
केवल दौड़ के समय को बढ़ाना ही नहीं, बल्कि अंक निर्धारण प्रणाली में भी जरूरी बदलाव किए गए हैं ताकि युवाओं की मेहनत का सही मूल्यांकन किया जा सके। अब दौड़ के समय और पुल-अप्स के आधार पर अंक इस तरह से मिलेंगे:
दौड़ का समय | दौड़ के अंक | पुल-अप्स | पुल-अप्स के अंक |
---|---|---|---|
5:30 मिनट तक | 60 अंक | 10 पुल-अप्स | 40 अंक |
5:31 – 5:45 मिनट | 48 अंक | 9 पुल-अप्स | 33 अंक |
5:46 – 6:00 मिनट | 36 अंक | 8 पुल-अप्स | 27 अंक |
6:01 – 6:15 मिनट | 24 अंक | 7-6 पुल-अप्स | 21–16 अंक |
इस नई व्यवस्था के माध्यम से उन अभ्यर्थियों को भी मौका मिलेगा जो 6:15 मिनट के भीतर दौड़ पूरी कर लेते हैं। हालांकि उनके अंक थोड़ा कम होंगे, लेकिन अब उन्हें पूरी तरह बाहर नहीं किया जाएगा। इस प्रणाली से ज्यादा से ज्यादा युवाओं को मौका मिलने की संभावना है, जिससे देशभर के कोनों से प्रतिभाशाली अभ्यर्थी सेना में अपनी जगह बना सकेंगे।
पहले लिखित परीक्षा, फिर शारीरिक परीक्षण
2023 से सेना ने भर्ती प्रक्रिया में एक और अहम बदलाव किया था – अब लिखित परीक्षा पहले आयोजित की जाती है और शारीरिक परीक्षण बाद में। इस नई प्रणाली ने भर्ती को और भी ज्यादा पारदर्शी और समय-संवेदनशील बना दिया है।
इसका लाभ यह है कि जिन अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा पास करने में कठिनाई होती है, उन्हें दौड़ या शारीरिक परीक्षण में समय और ऊर्जा लगाने की जरूरत नहीं पड़ती। इससे न केवल युवाओं का समय बचता है बल्कि प्रशासनिक दृष्टि से भी यह प्रक्रिया अधिक कुशल होती है।
Agnipath योजना का उद्देश्य
अग्निपथ योजना 2022 में शुरू की गई थी, जिसका उद्देश्य युवाओं को चार साल के लिए सेना में सेवा का अवसर देना था। इस योजना के तहत भर्ती होने वाले युवाओं को “अग्निवीर” कहा जाता है। सेवा के चार वर्षों के बाद 25% अग्निवीरों को स्थायी रूप से सेना में शामिल किया जाएगा, जबकि बाकी को अनुभव और वित्तीय सहायता के साथ नागरिक जीवन में पुनः स्थापित होने का अवसर मिलेगा।
इस योजना ने युवाओं को अनुशासन, देशभक्ति, और कौशल विकास का मौका प्रदान किया है। अब जब दौड़ का समय बढ़ाया गया है, तो इसका असर यह होगा कि और अधिक युवाओं को इस योजना में भाग लेने की प्रेरणा मिलेगी।
इस बदलाव से जुड़े संभावित फायदे
- बढ़ी हुई भागीदारी – अब उन युवाओं को भी मौका मिलेगा जो थोड़े से समय से पिछड़ जाते थे।
- न्यायपूर्ण मूल्यांकन – दौड़ और पुल-अप्स में बारीकी से अंक देना निष्पक्षता को दर्शाता है।
- भर्ती में विविधता – विभिन्न शारीरिक क्षमताओं वाले युवाओं को मौका मिलेगा।
- प्रेरणा में वृद्धि – अब युवाओं को लगेगा कि प्रयास करने पर सफल होने का चांस ज्यादा है।
- सिस्टम की दक्षता – लिखित परीक्षा पहले कराने से प्रशासनिक बोझ कम होगा।
भविष्य के लिए संकेत
भारतीय सेना द्वारा किया गया यह बदलाव न केवल एक प्रशासनिक फैसला है, बल्कि यह एक ऐसा संकेत भी है कि देश की सबसे महत्वपूर्ण संस्था युवाओं के लिए लगातार अवसर बढ़ा रही है। यह दर्शाता है कि भारतीय सेना समय के साथ खुद को नवीनतम मानकों के अनुरूप ढालने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस बदलाव से स्पष्ट है कि सेना अब दौड़ के चंद सेकंडों को युवाओं की किस्मत तय करने वाला निर्णायक बिंदु नहीं मानती, बल्कि समग्रता से उनकी प्रतिभा को आंकने पर जोर दे रही है। यह निर्णय निश्चित रूप से उन युवाओं के लिए उत्साहजनक है जो कुछ सेकंड के कारण पहले निराश हो जाते थे।